सच्चा सतगुरु वो हैं जो शास्त्रों के अनुसार भक्ति विधि बताकर पूर्ण परमात्मा की भक्ति दें।
सच्चा सतगुरू वही हैं जो गीता अध्याय 16 के श्लोक 23,24 के अनुसार भगत समाज को शास्त्र अनकूल भक्ति साधना बताए।
पवित्र वेदों व गीता जी आदि पवित्र सद्ग्रन्थों में प्रमाण मिलता हैं हैं जब जब धर्म की हानि होती हैं व अधर्म की व्रद्धि होती हैं तब परमेश्वर स्वंय आकार या अपने परम संत यानी सच्चे सतगुरु को भेजकर सत्य ज्ञान के द्वारा धर्म को पुनस्थापित करता है
वर्तमान में सच्चे सतगुरु रामपाल जी महाराज ही आए हुए हैं यही हमे पूर्ण परमात्मा पाने की सतभक्ति बताते हैं कि कोनसे भगवान की भक्ति करें ताकि इस काल के जाल से छुटकारा मिल सके और जन्म मरण का पीछा छूट जाए और मोक्ष प्राप्ति मिल जाए ।
संत गरीब दास जी की वाणी हैं---सतगुरु के लक्षण कहु,मधुरे बैन विनोद।चार वेद षठ शास्त्र,कहे अठारा बोध।।
पूर्ण संत चारो वेदों ,छः शास्त्रों,अठारह पुराणों आदि सभी ग्रन्थो का पूर्ण जानकर होगा वही सच्चा सतगुरु हैं।
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